Thursday 3 July 2014

दिल'लगी'


याद जो तेरी आये तो...
अखियो से नदिया बेह्ती है...
वह आँखें, वह हसीन चेहरा...
तू दिल मै आज भी रेहती है...


तुम मेरी जिंदगी हो...
और मै तुम्हारी याद ही सही...
पर वो जिंदगी भी क्या..
जिसमे मेरी जिंदगी तुम नही ...


गुलाबो के स्वाद सी..
तेरी यादो की मिठास है.. 
होंटो पे तुम्हारा नाम...
आँखो मै तेरा चेहरा..
और कानो मै तेरी आवाज है..


लोगो को शायद लगे....
की भूल गया हु मै तुम्हे.....
पर सच तो यह है की...
दिल मै तुम और आँखो मै तुम्हारे लिये..
आंसूओ की आघाज है...


- विराज वि.बारस्कर
© 2014 FWA

1 comment:

  1. आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों का आनन्द में" शनिवार 17 फरवरी 2018 को लिंक की जाएगी .... http://halchalwith5links.blogspot.in पर आप भी आइएगा ....धन्यवाद!

    ReplyDelete